जब हम ब्लॉगर का टेम्पलेट बदलते या उसमें किसी तरह का बदलाव करते हैं कई बार (नीचे चित्रानुसार) इस तरह के अलग अलग एरर दिखते हैं।
इस तरह के एरर बहुत परेशान करते हैं, और इस वजह से कई बार ब्लॉगर मन मसोस कर पुन: अपने ओरिजिनल टेम्पलेट पर आ जाते है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि मूल टेम्पलेट पर जाना भी मुश्किल हो जाता है।
इस परेशानी से बचने का उपाय है, कि आप सबसे पहले लेआऊट में जाकर अपने साइड बार के विजेट को खोलते जायें और उनमें जो कुछ डेटा है उसे एक वर्ड फाईल में कॉपी करते जायें और सेव कर दें ( विजेट का बेकअप ले लें)। अब सारे विजेट को डिलीट कर दें। और उसके बाद टेम्पलेट बदलें, आशा है अब आपको समस्या नहीं आयेगी।
21 टिप्पणियाँ:
सागर भाई, सही तरीका सुझाया। कुछ दिन पहले इस समस्या से दो-चार हुआ। बहुत समय जाया हुआ। फिर अकल ने यही तरकीब सुझाई जो कामयाब रही। होता यह है कि पुराने टेम्पलेट का जो माल शेष रह जाता है वह नए के साथ मिल कर समस्या खड़ी करता है। इस विधि से पुराने का कचरा आने से बच जाता है।
oh yah problem mujhey bhi aayi thi -is liye original template par rahna pad raha hai-ab is method se dobara koshish kartee hun.
सही कहा जी। पर सस्ता और हमारे माफिक आलसी के लिये कोई जुगाड़ बतायें आप! :)
बिल्कुल सही सुझाव.
सही तरीका सुझाया
बहुत ही अच्छी बात बताई आप ने मेरे साथ कई बार हुआ, लेकिन हम ने भी टेम्पलेट बदल के ही छोडा, ओर अब तो आप वाला ही नुकता अपना शुरु कर रखा है , इस से समय भी बहुत बच जाता है, लेकिन लिन्क लिस्ट को केसे सेव करे यह जरुर बताये.
अच्छी जानकारी के लिये आप का धन्यवाद
सागर जी, अच्छा उपाय सुझाया आपने..
बढिया आलेख है । वैसे हम लोग तो एक ही टेम्प्लेट से काम चला रहे है
मैं अब यही करता हूँ !!!
इसीलिए 8 महीने में 10 -12 टेम्पलेट तो बदल ही डाले होंगे
जल्दी ही फ़िर कोई नया टेम्पलेट दिखाई पड़ेगा , नया सीखने को मिल जाता है इसी बहाने !!
लेकिन लिंक लिस्ट नहीं save हो पाती है
वैसे लिंक लिस्ट को फीदर में ही रखें तो वहां से सीधे इंपोर्ट कर सकते हैं!!!
पाण्डेय जी !!!!के लिए भी कोई सुझाव होना ही चाहिए!!!!!!
आख़िर !!!! इनको सुकून से लिखने का मौका मिलते रहना ही चाहिए!!!
काफी दिन बाद आए सागर भइया ..सरल शब्दों में अच्छी जानकारी.
हमेशा की तरह बहुत अच्छी जानकारी है|भविष्य में जरुर इसका लाभ उठायेंगे|
नमस्कार।
आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के प्रचार प्रसार एवं इससे जुडे ब्लॉगर्स के अधिकारों के संरक्षण के लिए 'साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' का गठन किया गया है।
यह संस्था विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रचार-प्रसार को बढावा देने वाले लोगों के हितों के संरक्षण का कार्य करेगी। इसके अतिरिक्त विज्ञान संचार के लिए आम जन को प्रेरित करने, इंटरनेट पर हिन्दी ब्लॉग लेखन को बढावा देने, ब्लॉग निर्माण सम्बंधी तकनीकी जानकारियां आम जन तक पहुंचाने, ब्लॉगर्स की तकनीकी / व्यवहारिक समस्याओं को सुलझाने का भी कार्य करेगी।
आपके इस दिशा में किये गये महती कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए संस्था आपको 'साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' की मानद सदस्यता प्रदान करती है। यदि आप इससे जुडने हेतु सहमति प्रदान करें, तो हमें अति प्रसन्नता होगी और आपकी मानद सदस्यता को पूर्णकालिक सदस्यता में परिवर्तित कर दिया जाएगा।
आपका प्रोत्साहन हमारे विश्वास को नया बल प्रदान करेगा।
सादर,
जाकिर अली 'रजनीश'
सचिव
साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया
नमस्कार।
आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के प्रचार प्रसार एवं इससे जुडे ब्लॉगर्स के अधिकारों के संरक्षण के लिए 'साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' का गठन किया गया है।
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आपका प्रोत्साहन हमारे विश्वास को नया बल प्रदान करेगा।
सादर,
जाकिर अली 'रजनीश'
सचिव
साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया
sciblogindia@gmail.com
http://sciblogindia.blogspot.com/
bahut acchi jaankaari..
achchhi jankari k liye shukriya.
बहुत ख़ूब
---
आप भारत का गौरव तिरंगा गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने ब्लॉग पर लगाना अवश्य पसंद करेगे, जाने कैसे?
तकनीक दृष्टा/Tech Prevue
लाजवाब प्रस्तुति ...बधाई !!
कभी हमारे ब्लॉग "शब्द सृजन की ओर" की ओर भी आयें.
सागर जी,
मेरे साथ कई बार हुआ, अच्छा उपाय सुझाया आपने..धन्यवाद
...!!
सागर जी कोई ऐसा तरीका बताईए कि टेम्पलेट पसंद आते ही उसे अपनी आवाज में समझा दिया जाए और खुल जा सिमसिम की तरह काम हो जाए।
bahut hi acchi jaankari. sabkae liya bahut upyogi. aap tu master hae. aapka jikar bhi maine apni kitab main kiya hae.
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